जिंदगी का कड़वा अनुभव || Bitter experience of life

 

कैसे है आप सब बात बहुत समय पहले की है , मैं दिल्ली में पढ़ाई करती थी और मेरे साथ पी जी मे 2 और लड़कियां रहती थी । 

उसमें से एक लड़की, नेहा का एक बॉयफ्रेंड पिछले 6 साल से। और दोनों लांग डिस्टेंस रिलेशन में थे। उसका बॉयफ्रेंड दूसरे शहर में पढ़ता था। कॉलेज में एक लड़का था, देखने मे ऐसा की उससे सीधा सादा कोई और नही। नेहा की उससे दोस्ती हो गयी, वो दोनों फ़ोन पर पढ़ाई की बात करते थे। कभी कभी वो नेहा को घंटो कॉल पर पढ़ाई करवाता था वो लड़का पढ़ने में अच्छा था।

कुछ दिन बाद नेहा का भरोसा इतना बढ़ गया था उस पर की वो दोनों कभी बाहर घूमने भी चले जाते थे, कभी कभी वो उसे अपनी गाड़ी में पी जी छोड़ने जाता था और पी जी से कॉलेज । हमे भी उस पर शक नही हुआ कि वो गलत हो सकता है, क्योंकि देखने मे वो बहुत सीधा लगता था पर ऐसा कुछ भी नही था।

नेहा की अपने बॉयफ्रेंड से दूरियां बढ़ती गयी, अव वो कभी कभी उससे न बात करने के बहाने भी बनाने लगी। उसके बॉयफ्रेंड को भी कुछ शक से होने लगा।

हद तब हुई जब उस लड़के ने नेहा को propose कर दिए ये जानते हुए भी की उसका पहले से बॉयफ्रेंड है, उसने कहा कि उसे कोई एतराज़ नही है। फिर नेहा ने कुछ दिन तक उससे बात नहीं कि लेकिन वो हर दिन कॉलेज में उससे बात करने की कोसिस करता था। इसके बीच पता नहीं क्या हुआ कि नेहा एक दिन जब उसके बॉयफ्रैंड से झगड़ा हुआ तो उसने कॉलेज वाले लड़के को हाँ कह दिया।

उसके बॉयफ्रेंड को कुछ गड़बड़ लग रही थी। मेरी जो तीसरी रूममेट है वो उसके बॉयफ्रेंड की भी दोस्त है। हम दोनों को नेहा की हरकत पसंद नही आ रही थी। एक दिन नेहा के बॉयफ्रेंड ने हमारी तीसरी रूममेट को फ़ोन कर दिया और पूछा कि, कुछ बात जरूर है वरना झगड़ा तो पहले भी हुआ है पर ऐसा कभी नही हुआ कि बात ही न हो बाद में।

तो उस लड़की ने सब कुछ बता दिया। उसके बाद उसका बॉयफ्रेंड 2 दिन बाद दिल्ली पहुच गया नेहा से बात करने। नेहा ने उसे देखते हुए भी अनदेखा कर दिया। फिर उस लड़के ने कहा –  तुमने जितना दर्द मुझे दिया है उससे ज्यादा तुम्हे होगा और वो निकल गया ।

अव वो कॉलेज वाले लड़के ने जो अब नेहा का नया बॉयफ्रेंड था, उसने नेहा को बोला तुम मेरे रुम आ जाओ आज वहां तुम्हे पढ़ा दूंगा। हमने नेहा को मना किया वहां जाने से तो नेहा ने उसे ना कह दिया। लेकिन उसने फिर बोला तो वो शाम को कॉलेज से उसके घर हमे बस एक whatsapp मैसेज दे कर चली गयी।

वहां एक दो घंटे तो ठीक था पर लगभग शाम 7 बजे मुझे whatsapp कॉल आया, और जोर की चीख सुनाई दी, ऐसी की आज तक कान में गूंजती है।

किस्मत से उस लड़के को पता नहीं चल पाया कि नेहा ने कॉल किया था। मेरी तीसरी दोस्त को उस लड़के का घर पता था, नेहा ने उसे एक बार उसका घर बाहर से दिखाया था एक गली के अंदर जा कर उसका घर था। हम मेरी दोस्त और पी जी की तीन और लड़की, हम पांच मिल कर गए और उस दिन टाइम पर पहुच कर नेहा को बचा लिया, वरना पता नही क्या होता। 

उसने नेहा के साथ जबरदस्ती की और उसे मारा भी। बात पुलिस तक पहुच गयी, फिर नेहा के परिवार वाले और लड़के के परिवार वाले आये। क्या बात हुई उनकी बीच मुझे नही पता पर लड़के को कोई सजा नही हुई, नेहा से पूछा तो उसने भी बताने से मना कर दिया।

वो वापस अपने पुराने बॉयफ्रेंड से बात करने की कोशिश कर रही थी और माफी मांगने की कोशिश कर रही थी पर उसने बात करने से मना कर दिया। उसने बस मैसेज में उसे इतना कहा – हमारे साथ बुरा होता है तो उसके जिम्मेदार हम है, मेरे साथ जो हुआ उसमे कही न कही मेरी गलती होगी, और तुम्हारे साथ जो हुआ उसमे तुम्हारी।

इसी के साथ दोनों के प्यार का अंत हो गया लेकिन नेहा को आज भी अपने पुराने बॉयफ्रेंड का इंतज़ार है। उस घटना के बाद आज भी अपने पुराने दोस्त को याद करके रोती रहती है। 

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