Friendship || दोस्ती

 Friendship जिसको हम दोस्ती भी कहते है। कहते हैं जब किसी से हमारी आदतें, हमारी सोच या हमारे काम करने की जगह एक समान मिलती है तब हम दोस्त हो जाते हैं। दोस्ती, एक सलोना और सुहाना अहसास है, जो संसार के हर रिश्ते से अलग है। लेकिन यह सच नहीं है। हम बात कर रहे है दोस्ती एक अलग नजरिये से,  आजकल की दोस्ती आपके पास कितना रुपया है उस पर निर्भर करती है।  जैसे…

हमारे दोस्त कौन बनते हैं.. 


  • किसी से दोस्ती करने के लिए दो बातें मेन होती है पहली बात हम किस घर से संबंध रखते हैं और दूसरी बात हम कहां और क्या काम करते हैं।
  • जब हम स्कूल या कॉलेज में होते हैं तब हमारी दोस्ती हमारे घर की या पिताजी की आमदनी पर निर्भर करती है। यदि हमारे घर की आमदनी कम है तब हमारे दोस्तों के घर की आमदनी भी कम होगी। यदि हमारे घर की आमदनी बहुत ज्यादा है तो हमारे दोस्त भी अच्छे घरों से संबंध रखते होंगे।
  • यदि हमारे पिताजी कोई सरकारी नौकरी करते हैं तब ज्यादा चांस होते हैं कि आपके दोस्तों के पिता जी या तो सरकारी नौकरी करते होंगे या उनका अच्छा बिजनेस होगा।
  • जब हम कोई काम या नौकरी करने लगते हैं तब हमारी दोस्ती हमारी सैलरी पर निर्भर करते हैं। जितनी हमारी सैलरी होगी उतनी ही सैलरी वाले दोस्त हमारे होंगे।
  • मान लो आपकी सैलरी 50,000 है तब आपके दोस्त भी 30,000 से 80000 सैलरी वाले ही होंगे। यदि आप कोई फैक्ट्री चला रहे हैं तब आपके ज्यादातर दोस्त फैक्ट्री मालिक ही होंगे।
  • यदि आप कोई सरकारी नौकरी करते हैं तब ज्यादातर दोस्त आपके सरकारी नौकरी वाले होंगे। और यह सच है।
  • हमेशा ऐसा ही होता है एक्टर की दोस्ती एक्टर से, बिजनेसमैन की दोस्ती बिजनेसमैन से, गरीब की दोस्ती गरीब से, अमीर की दोस्ती अमीर से, नौकरी वाले की दोस्ती नौकरी वाले से ही होगी।

आपने हमेशा देखा होगा..

  • किसी भी कंपनी में, कंपनी के मालिक की दोस्ती किसी दूसरी कंपनी के मालिक से होगी, company के manager ki दोस्ती कंपनी के दूसरे मैनेजर के साथ होगी, और कंपनी के वर्कर की दोस्ती दूसरे वर्करों के साथ होगी। जिनकी कमाई ज्यादातर के समय समान होती है।
  • स्कूल कॉलेज में भी कहते सुना होगा यह सब बड़े बाप की बिगड़ी औलाद हैं। और जितने भी ऐसे लड़के होंगे हम सबके घर की आमदनी बहुत ज्यादा होगी।

यह कभी नहीं देखा होगा..

  • लाखों रुपए कमाने वाला हजारों रुपए कमाने वाले से दोस्ती कर रहा हो। करोड़ों रुपए का बिजनेस करने वाला लाख रुपए कमाने वाले से दोस्ती कर रहा हो। 
  • यहां सोचना नहीं क्योंकि करोड़ों रुपए बिजनेस वाला ही कमाता है, लाख रुपए सरकारी नौकरी वाले कमाते हैं बाकी हजार रूपए में वर्कर काम करते हैं। 
  • किसी ने किसी ज़माने में कहा था…

    दोस्त को दौलत की निगाह से मत देखो,
    वफा करने वाले दोस्त अक्सर गरीब हुआ करते हैं।

  • यह बात आज केे जमाने के हिसाब से बिल्कुल सही नहीं बैठती है।

आपको क्या करना चाहिए 

  • अगर आप किसी से दोस्ती करना चाहते हैं तो उसकी पहली शर्त है कि आप खुद उनके दोस्त बन जाए। ज्ञानवान दोस्ती जीवन का सबसे बड़ा वरदान है
  • सच्चे दोस्त हीरे की तरह कीमती और दुर्लभ होते हैं, झूठे दोस्त पतझड़ की पत्तियों की तरह सभी जगह मिल जाते हैं। इसलिए अपने दोस्तों का हमेशा हालचाल पूछते रहें।
  • आपका अपना व्यवहार है किसी से दोस्ती या दुश्मनी के लिए उत्तरदाई है। इसलिए अपना व्यवहार सरल रखें।

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