कैसे रेगुलर इनकम और Passive Income जनरेट करें?
Table of Contents

1. एक्टिव इनकम बनाम Passive Income
अधिकतर लोग प्रोफेशनल्स की तरह काम करते हैं, जहां पैसा तभी आता है जब वे काम करते हैं। डॉक्टर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, वकील, या अन्य पेशेवर जब तक ग्राहकों को सेवाएं देंगे, तभी तक वे कमाई कर पाएंगे।
लेकिन एक बिजनेसमैन एक ऐसा सिस्टम बनाता है, जो बिना उसकी सीधी मेहनत के भी पैसा कमाता रहे। इसे Passive Income या रिकरिंग रेवेन्यू मॉडल कहा जाता है।
2. उदाहरण – दो रास्ते पानी बेचने के
👉 घनश्याम: हर दिन नदी से बाल्टी भर-भरकर पानी लाता है और बेचता है। अगर वह बीमार हो गया, तो उसकी कमाई रुक जाएगी। यह एक्टिव इनकम का उदाहरण है।
👉 श्याम: उसने थोड़ी मेहनत करके एक पाइपलाइन बिछा दी, जिससे लोगों को अपने-आप पानी मिलता है। अब अगर वह बीमार भी हो जाए, तो भी उसकी इनकम जारी रहती है। यह Passive Income का बेहतरीन मॉडल है।
3. कैसे बनाएं Passive Income मॉडल?
✅ (i) कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड एग्रीमेंट:
जियो, एयरटेल जैसी कंपनियां अपने कस्टमर्स को रिटेन करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट प्लान्स ऑफर करती हैं। वे आपको सस्ता फोन देती हैं लेकिन बदले में हर महीने रिचार्ज की अनिवार्यता होती है, जिससे लगातार इनकम होती रहे।
✅ (ii) बिजनेस में साइड इन्वेस्टमेंट:
रतन टाटा, नारायण मूर्ति जैसे दिग्गज कई बिजनेस में पार्टनरशिप करके अपनी इनकम बढ़ाते हैं। पेटीएम, ओला, ज़ोमैटो जैसी कंपनियों में उन्होंने निवेश किया, जिससे उन्हें बिना ज्यादा मेहनत के फायदा मिलता है।
✅ (iii) सब्सक्रिप्शन मॉडल:
इंडिया टुडे जैसी कंपनियों ने सब्सक्रिप्शन मॉडल अपनाया, जिससे उन्हें एक बार ग्राहक लाने के बाद, हर साल या महीने नियमित रूप से इनकम होती है।
✅ (iv) फ्रैंचाइज़ी मॉडल:
मैकडॉनल्ड्स, डोमिनोज़, सबवे जैसे ब्रांड अपने बिजनेस को फ्रेंचाइज़ी देकर विस्तार करते हैं। यह उनके लिए एक पैसिव इनकम मॉडल बन जाता है क्योंकि वे रॉयल्टी कमाते रहते हैं।
✅ (v) पार्ट-टाइम बिजनेस:
एलआईसी एजेंट्स को एक बार ग्राहक लाने के बाद हर साल कमीशन मिलता रहता है। इसी तरह, क्रेडिबल MLM कंपनियों में जुड़कर रेकरिंग रेवेन्यू बनाया जा सकता है।
✅ (vi) प्रॉपर्टी रेंटल:
कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदकर उसे किराए पर देना एक बेहतरीन पैसिव इनकम स्रोत है। रेजिडेंशियल फ्लैट्स की तुलना में कमर्शियल स्पेस अधिक रेंटल इनकम देता है।
✅ (vii) रिवॉर्ड पॉइंट सिस्टम:
क्रेडिट कार्ड कंपनियां, एयरलाइंस और रिटेल स्टोर्स अपने ग्राहकों को रिवॉर्ड पॉइंट्स देकर लॉयल्टी बढ़ाते हैं, जिससे वे बार-बार खरीदारी करें और कंपनी की रेगुलर इनकम बनी रहे।
✅ (viii) मेंबरशिप मॉडल:
जे स्पा, सलून, जिम, क्लब आदि अपने ग्राहकों को एनुअल मेंबरशिप देकर स्थायी इनकम बनाते हैं। इससे एक बार ग्राहक जोड़ने के बाद हर साल कमाई सुनिश्चित रहती है।
✅ (ix) सिक्योरिटी व फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विसेज:
सिक्योरिटी गार्ड सर्विस, क्लीनिंग कंपनियां, हॉस्पिटल्स व कॉरपोरेट ऑफिस को लंबे समय के लिए सर्विस देकर रेकरिंग इनकम प्राप्त करती हैं।
✅ (x) SaaS (Software as a Service) मॉडल:
Microsoft, Adobe, और अन्य सॉफ्टवेयर कंपनियां अब वन-टाइम सेल की बजाय सब्सक्रिप्शन मॉडल पर काम कर रही हैं। जैसे – Adobe Creative Suite, Microsoft Office 365, एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर आदि।
✅ (xi) लोकल सब्सक्रिप्शन बिजनेस आइडिया:
गोलगप्पे वाला भी अपने बिजनेस में सब्सक्रिप्शन मॉडल लागू कर सकता है। जैसे – ₹2000 में एक महीने तक अनलिमिटेड गोलगप्पे। इसी तरह, आप भी अपने बिजनेस में कोई इनोवेटिव सब्सक्रिप्शन आइडिया लागू कर सकते हैं।
4. गलतियां जो भारतीय व्यापारी करते हैं
कई व्यापारी जल्दबाजी में एक्सपेंशन कर लेते हैं लेकिन कस्टमर रिटेंशन पर ध्यान नहीं देते। उनका फोकस नए ग्राहक लाने पर तो होता है, लेकिन पुराने ग्राहकों को बनाए रखने पर नहीं होता।
5. क्या आपने सही बिजनेस मॉडल चुना है?
अब सवाल आपसे – क्या आपके बिजनेस में पैसिव इनकम का कोई मॉडल है? अगर नहीं, तो कौन-सा मॉडल आपके बिजनेस में लागू हो सकता है?
🚀 सफलता के लिए बिजनेस में स्मार्ट काम करें, सिर्फ मेहनत नहीं!
1 thought on “Passive Income || Recurring Revenue”
Comments are closed.